जन्मकुंडली, व्यक्ति के जन्म के समय, स्थान और तिथि के अनुसार बनाई गई एक ज्योतिषीय रूपरेखा होती है। यह कुंडली ग्रहों की स्थिति के आधार पर जीवन की दिशा और दशा को स्पष्ट करती है। जन्मकुंडली के माध्यम से हम जीवन के अनेक रहस्यों को जान सकते हैं और आने वाले समय की तैयारी कर सकते हैं।
यह एक ज्योतिषीय पत्र होती है जो जन्म के समय ग्रहों की स्थिति को दर्शाती है। इसमें बारह भाव और बारह राशियाँ होती हैं, जो व्यक्ति के स्वभाव, स्वास्थ्य, विवाह, शिक्षा, व्यवसाय, संतान, और भाग्य पर प्रभाव डालती हैं।
इसमें मुख्यतः निम्नलिखित विवरण होते हैं:
यह केवल भविष्यवाणी का माध्यम नहीं है, बल्कि यह जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में मार्गदर्शन देने वाली अद्भुत प्रणाली है। इसके कुछ मुख्य लाभ निम्नलिखित हैं:
जन्मकुंडली से यह जाना जा सकता है कि जीवन में किस समय सफलता मिलेगी, कब संघर्ष आएगा और किस दिशा में प्रयास करना लाभकारी रहेगा।
विवाह से पूर्व जन्मकुंडली का मिलान किया जाता है जिससे यह ज्ञात हो सके कि दंपत्ति के बीच तालमेल, भावनात्मक जुड़ाव और पारिवारिक सुख कैसा रहेगा।
जन्मकुंडली से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि कब संतान प्राप्त होगी, और संतान के स्वास्थ्य व भविष्य के बारे में क्या संकेत मिलते हैं।
कौन-सा क्षेत्र आपके लिए शुभ रहेगा, नौकरी करनी चाहिए या व्यापार, पदोन्नति कब होगी – इन सब बातों की जानकारी जन्मकुंडली द्वारा प्राप्त होती है।
ग्रहों की स्थिति के अनुसार यह ज्ञात होता है कि व्यक्ति को कौन-से रोगों से सावधान रहना चाहिए, और किस समय शारीरिक या मानसिक कष्ट हो सकता है।
इस से जुड़ी कुछ अद्भुत बातें जो इसे अत्यंत उपयोगी बनाती हैं:
इसे बनाने के लिए तीन प्रमुख जानकारी आवश्यक होती है:
इन जानकारियों के आधार पर कुंडली तैयार की जाती है। आजकल अनेक ऑनलाइन माध्यमों से भी कुंडली बनवाना आसान हो गया है।
एक विस्तृत जन्मकुंडली में निम्नलिखित विवरण होते हैं:
इन सभी तत्वों से व्यक्ति के जीवन की सम्पूर्ण झांकी प्राप्त होती है।
यदि जन्मकुंडली में कोई दोष विद्यमान हो, तो उसके निवारण के लिए उपाय बताए जाते हैं:
इन सभी तत्वों से व्यक्ति के जीवन की सम्पूर्ण झांकी प्राप्त होती है।
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